रानी चेन्नाभैरदेवी: व्यापार और युद्धनीति में निपुण "काली मिर्च की रानी
रानी चेन्नाभैरदेवी: व्यापार और युद्धनीति में निपुण "काली मिर्च की रानी" जब भी हम इतिहास में महिलाओं की भूमिका की बात करते हैं, तो अक्सर उन्हें केवल मातृत्व, देखभाल और सहयोग की भूमिकाओं तक सीमित कर दिया जाता है। लेकिन भारतीय इतिहास में कई ऐसी महिलाएँ हुई हैं जिन्होंने न केवल अपने राज्य की रक्षा की बल्कि अपने व्यापारिक कौशल से आर्थिक समृद्धि भी हासिल की। ऐसी ही एक साहसी और दूरदर्शी महिला थीं रानी चेन्नाभैरदेवी, जिन्हें उनके व्यापारिक कौशल और मसाला व्यापार पर नियंत्रण के कारण पुर्तगालियों ने "पैपर क्वीन" (काली मिर्च की रानी) कहा। रानी चेन्नाभैरदेवी का शासनकाल (1552-1606) दक्षिण भारत के गेरुसोप्पा क्षेत्र (वर्तमान कर्नाटक) में था। उन्होंने अपने राज्य को 54 वर्षों तक कुशलतापूर्वक संभाला और व्यापार, कूटनीति और सैन्य शक्ति का अद्भुत समन्वय किया। उनके शासन के दौरान गेरुसोप्पा, मसालों के व्यापार का प्रमुख केंद्र बन गया, और उन्होंने विदेशी शक्तियों से टक्कर लेते हुए अपने राज्य की स्वतंत्रता बनाए रखी। रानी चेन्नाभैरदेवी का प्रारंभिक जीवन और राज्यारोहण ...